पीएम जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया में विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौके पर वृक्षारोपण किया गया। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा,उप प्राचार्य राजकुमार मिश्रा कला शिक्षक राजेश कुमार,मो समीउद्दीन , मो श्मशाद आलम , अमित कुमार,व नौनिहाल बच्चों सहित उपस्थित होकर पीपल व नीम के वृक्षों को रोपण किया। विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा ने बताया विश्व पर्यावरण दिवस हमारे समय की गंभीर पर्यावरणीय चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना उद्देश्य रहा है। उप प्राचार्य राजकुमार मिश्रा ने बताया हमारी एक पृथ्वी की रक्षा और मानवता के एकमात्र घर की रक्षा को ध्यान में रखकर आज पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली करना चाहिए। वायु प्रदूषण , मृदा प्रदूषण,जल प्रदूषण , प्लास्टिक प्रदूषण, वैश्विक तापमान में वृद्धि आज मानव जीवन के लिए घोर संकट बनता जा रहा है। प्रकृति प्रेमी व संरक्षण कला शिक्षक राजेश कुमार के अनुसार ” मैं प्रकृति के साथ हूं” इस उद्देश्य से जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। जिसमें पीपल वृक्ष और नीम का वृक्ष लगाए गए और उनका संरक्षण किया गया। हजारों वृक्ष लगाने के बाद आज पीपल वृक्ष की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा जो सर्वविदित है कि पीपल वृक्ष हमें भरपूर मात्रा में अहर्निश आक्सीजन देते हैं और सौ प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करते हैं। आज पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाने में पीपल वृक्ष का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है ।

World Environment Day
इन्होंने हरित विद्यालय कार्यक्रम के अंतर्गत पीपल वृक्ष का संरक्षण पर जोर दिया और परिसर में ओटू पार्किंग स्थल भी विकसित किया जाना पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से प्राथमिकता रहीं हैं। कला शिक्षक ने किया अपील राजेश कुमार कला शिक्षक ने अपील करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन विभाग और अररिया जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी से अपील करना चाहूंगा कि अररिया का विकास जिस प्रकार हो रहा है,वहीं जिले भर में सुंदर पर्यावरण तैयार करने की दिशा में नगर योजना के तहत सड़क के दोनों किनारे कम से कम 500 मीटर की दूरी पर पीपल का वृक्ष अनिवार्य रूप से लगाएं और इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आनन फानन में बिजली के तार के नीचे वृक्षारोपण कार्य न करें ताकि भविष्य में प्राकृतिक लाभ के बजाय अप्राकृतिक घटना का शिकार होना पड़े।
World Environment Day

आज “विश्व पर्यावरण दिवस” (World Environment Day) के कार्यक्रमों को देखकर काफी गर्व महसूस हो रहा है 1 दिन में इतने सारे गतिविधियों को कर पाना अपने आप में एक बहुत बड़ा चैलेंज था। लेकीन एजुकेशन डिपार्टमेंट के कैप्टन रोशन अवतार के नेतृत्व मे एक के बाद एक पांच कार्यक्रमों को सफल बनाएं। इसके लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं।
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इसी तरह अगर सोशल वॉरियर्स के सभी कैप्टन, लीडर और अकादमी कोऑर्डिनेटर और योद्धाओं का जोरदार साथ रहा तो सोशल वॉरियर्स बहुत तेजी से विस्तार होगा और लोगों को शिक्षित करने का काम करेगा।🙏🏻🧡

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पौधा ही जीवन का आधार है:ट्रीमेन राम प्रकाश रवि
सुपौल। सोनू कुमार भगत
सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड के हरिहरपट्टी गांव स्थित कुशवाहा टोला में विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर बुधवार को पर्यावरण सांसद सह ट्रीमेन राम प्रकाश रवि द्वारा आम, कटहल ,अमरूद ,नीम, करंज सहित 101 फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण एवं वितरण कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर श्री रवि ने बच्चों, बुजुर्गों एवं महिलाओं को पौधा प्रदान करते हुए कहा कि पेड़ पौधा ही समस्त जीवों के जीवन का आधार है। पेड़ के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है । पूरे ब्रह्मांड में धरती ही एक ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है अन्य किसी भी ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति का अभी तक कोई प्रमाण नहीं मिला है। ऐसे में इस धरती को हरा भरा बनाने के लिए पेड़ लगाना एवं पेड़ बचाना बहुत आवश्यक है।

बढ़ते तापमान सभी जीवों के लिए घातक सिद्ध हो रहा है ऐसे में तापमान को कम करने के लिए पेड़ लगाना ही एकमात्र उपाय है । कहा आज ग्लोबल वार्मिंग के वजह से हवा प्रदूषण होने के साथ-साथ जल की कमी हो रही है। बताया की मृदा प्रदूषण एवं अन्य प्रदूषणों से मानव जीवन संकट में है। ऐसे में हम सभी आज के दिन शपथ लें की अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनका संरक्षण करेंगे । नदी तालाबों को स्वच्छ बनाए रखेंगे। प्लास्टिक का उपयोग बंद कर कपड़े थैलै का उपयोग करेंगे। प्राकृतिक संसाधनों एवं बिजली की बचत करेंगे। पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपना कर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करेंगे। सभी जीवों पर दया का भाव रखेंगे।
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मौके पर अनिल यादव, अंजेश कुमार, मोहम्मद इजहार आलम, महबूब आलम, रवि कुमार सहित बड़ी संख्या में बच्चे महिलाएं एवं बुजुर्ग उपस्थित थे।

विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर प्रखंड के माडल प्राइमरी स्कूल केवला में पौधारोपण किया गया। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक नरेश कुमार निराला, मोहम्मद अरबाज आलम, अवधेश कुमार आदि शिक्षकों ने नीम, आम, अमरूद, कटहल आदि के पौधा स्कूल परिसर में लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।श्री निराला ने कहा की विश्व पर्यावरण दिवस World Environment Day हमें याद दिलाता है कि पृथ्वी हमारा अनमोल खजाना है। इसे बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। “हमारी धरती, हमारा भविष्य” विषय के साथ इस वर्ष का विश्व पर्यावरण दिवस हमें भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता पर ध्यान देने का संदेश देता है। आइए, हम सब मिलकर अपनी पृथ्वी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने का संकल्प लें। यह न सिर्फ हमारे लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बेहतर भविष्य का निर्माण करेगा।मोहम्मद अरबाज आलम ने कहा |
सहयोग अध्यक्ष डॉ अजित ने विश्व पर्यावरण दिवस पर किया पौधा वितरण एवं पौधारोपण
पूर्णियां।

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सहयोग अध्यक्ष डॉ अजीत प्रसाद सिंह ने अपने सदस्यों के साथ मिलकर कई जगह पौधा वितरण और पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया डॉ अजीत विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना पर्यावरण में दिन-प्रतिदिन जो क्षति हो रही है, उसे रोकने के लिए जागरूक करना पर्यावरण में समुद्री प्रदूषण, जन्संख्या, ग्लोबल वार्मिंग जैसे मुद्दों पर लोगों को जागरूक करना है विश्व पर्यावरण दिवस लोगों को जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता हानि और कई पर्यावरणीय समस्याओं के बारे में जागरूक करने का एक खास अवसर है. यह दिन लोगों को पर्यावरण को बचाने के लिए प्रेरित करता है. ताकि लोग पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधा लगाए प्रदूषण को कम करें पर्यावरण के महत्व को समझे वे वजह पौधों को काटने से रोका जा सके सरकार को पौधों की कटाई को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है

पर्यावरण प्रदूषण से पर्यावरण संकट से कई गंभीर बीमारियों उत्पन्न हो रही हैप्रदूषण से होने वाली बीमारियों के लक्षण – जुकाम होना, सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, खांसी, टीबी और गले में में इंफेक्शन, साइनस, अस्थमा एवं फेफड़ों से संबंधित बीमारियां कैंसर जैसे घातक रोग अन्य कई बीमारियां उत्पन्न हो रही है यहां तक की जन्म लेने वाले बच्चे छोटे बच्चे इसे कई हानिकारक प्रभाव से ग्रसित हो रहे हैं बेहतर और स्वच्छ कल के लिए पर्यावरण को बचाना अति आवश्यक है अगर आज नहीं समझे तो आने वाले पीढ़ी कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाएंगे और कई गंभीर मानसिक एवं शारीरिक विकलांगता का शिकार हो जाएंगे इसलिए प्रायमरी एजुकेशन से पर्यावरण सुरक्षा की शिक्षा अनिवार्य की जानी चाहिए बच्चों बड़ों को पौधा लगाने के प्रति जागरूक कर पर्यावरण को बचाया जा सकता है।
