दिनांक:-17.05.2024
प्रकाशनार्थ
17 मई 2024
पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के अव्यवहारिक और अलोकतांत्रिक आदेश वापस लेने की मांग की है। सरकार छात्रों एवं शिक्षको की जान से खिलवाड़ करना बंद करें। पूर्व की भांति सभी विद्यालयों में पढ़ाई सुबह 6ः30 बजे से लेकर 11ः30 बजे तक की पूर्व की व्यवस्था लागू की जाये।
राज्य के सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं संस्कृत विद्यालयों में गर्मी की स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए समय-सारिणी 06ः00 बजे पूर्वाह्न से 12ः00 बजे मध्याह्न तक तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए 1ः30 बजे तक के लिए निर्धारित किया गया है। इस आदेश को सरकार तत्काल प्रभाव से वापस ले।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं-कहीं काफी दूर-दराज क्षेत्र मे विद्यालय स्थित हैं और वहाँ पर आवासीय सुविधा नहीं होने के साथ-साथ आवागमन की उचित सुविधा उपलब्ध नहीं है। साथ ही सुदूर देहाती क्षेत्र के विद्यालयों में आने-जाने एवं अल्पाहार तथा खान-पान की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण शिक्षक-शिक्षिकाओं को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी परिस्थिति में 06ः00 बजे सुबह में शिक्षक-शिक्षिकाओं को विद्यालय जाने में काफी कठिनाई होगी और प्रातः 06 बजे विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी पर्याप्त नहीं हो पायेगी। उक्त आदेश में 90 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति को अनिवार्य करने हेतु सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक एवं सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है। पूर्व की व्यवस्था में प्रातःकालीन कक्षा का समय सुबह 6ः30 से 11ः30 तक निर्धारित था और इस समय सारिणी के तहत शिक्षक के साथ- साथ छात्र-छात्रओं को भी विद्यालय आने में परेशानी नहीं होती थी और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी पर्याप्त रहती थी। इधर कई महीनों से देखा जा रहा है कि विभाग द्वारा कतिपय ऐसे-ऐसे आदेश निर्गत किए जा रहे हैं जिसके कारण विद्यालयों में अध्यापन कार्य पूरी तरह प्रभावित होता जा रहा है, अगर समय रहते यदि ऐसे अव्यावहारिक आदेश एवं निर्देश को संशोधित नहीं किया जाता है तो विभागीय स्वचेछाचारिता के कारण शैक्षणिक माहौल बिगड़ता चला जायेगा।


प्रतिनिधि : दीपशिखा