Headlines

भगवान बिरसा मुंडा भवन का लोकार्पण

नई दिल्ली, 30 अगस्त! अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा भगवान बिरसा मुंडा भवन (जनजातीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र) का लोकार्पण समारोह रविवार दिनांक 31 अगस्त 2025 को सायं 5:00 बजे, भगवान बिरसा मुंडा भवन, सेक्टर-6, पुष्प विहार, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।यह भवन महान जनजाति स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की…

Read More

प्राइवेसी और परिवार में बढ़ती दूरियाँ

कीर्ति शर्मा(सामाजिक विचारक और लेखक) आज के दौर में “प्राइवेसी” यानी निजता जीवन की एक अहम आवश्यकता बन चुकी है। तकनीक, बदलती जीवनशैली और बढ़ती व्यस्तताओं ने मनुष्य को पहले से कहीं अधिक व्यक्तिगत स्पेस की माँग करने वाला बना दिया है। यह बदलाव स्वाभाविक है, क्योंकि हर व्यक्ति को अपनी स्वतंत्रता और निजी दायरे…

Read More

पी.जी.डी.ए.वी. कॉलेज का 68वां स्थापना दिवस समारोह

दिनांक 21 अगस्त 2025, गुरुवार को पी.जी.डी.ए.वी. कॉलेज, नेहरू नगर में संस्थान के 68वें स्थापना दिवस के अवसर पर भारतीय संस्कृति सभा तथा संस्कृत विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज परिसर में गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ, जिसमें अनेक छात्र, प्राध्यापकगण एवं आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित थे।…

Read More

ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

नई दिल्ली, 20 अगस्त। डॉ. भीम राव अम्बेडकर महाविद्यालय में ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन प्रथम सत्र की अध्यक्षता मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर उर्मी नंदा विश्वास ने की। इस सत्र में सिंदूर और जेंडर विषय पर गांधी विद्यापीठ की सामाजिक कार्य…

Read More

दर्शनशास्त्र विभाग में संचालित पंडित अयाची मिश्र पीठ एवं डॉ प्रभात दास फाउंडेशन के तत्वावधान में सिंपोजियम आयोजित

अयाची मिश्र गुरु दक्षिण में अपने जैसे 10 शिष्यों को तैयार कर ज्ञान-परंपरा आगे बढ़ाने की दक्षिण स्वीकारते थे- डॉ धीरज ‘भारतीय दर्शन में पंडित अयाची मिश्र का योगदान’ विषयक कार्यक्रम में डॉ धीरज पाण्डे का हुआ एकल व्याख्यानललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग में स्थापित अयाची मिश्र चेयर तथा डॉ प्रभात…

Read More

डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में शुक्रवार को आपातकालः लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में किया गया। आपातकाल के बारे में युवाओं को जागरुक और जानकार बनाने के उद्देश्य से किया गया।निबंध प्रतियोगिता में महाविद्यालय के 56 छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता…

Read More

अंबेडकर कॉलेज में ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिवसीय सेमिनार

नई दिल्ली, 19 अगस्त। डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी संयोजक प्रो. विष्णु मोहन दास ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े विविध सत्र होंगे जिनके माध्यम से भारतीय चिंतन परंपरा और नए भारत को समझने…

Read More

आपातकाल पर संगोष्ठी का आयोजन नई दिल्ली, 14 अगस्त। डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में आपातकालः भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार को प्रसिद्ध पत्रकार रामबहादुर राय और अमर उजाला के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री सहित प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।आपातकाल की विभीषिका और आपातकाल के दौरान नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की हत्या के तमाम काले पक्षों को विद्यार्थियों के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में लोकतंत्र की हत्या की गई। इंदिरा गाँधी की जिद्द ने देश को आपाताल की विभीषिका में धकेल दिया।इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने कहा अगर किसी को आपातकाल की सच्चाई को जानना है तो जस्टिस शाह आयोग की जांच रिपोर्ट को पढ़ना चाहिए और दिल्ली के तत्कालीन उपराज्यपाल किशन लाल के आयोग के समक्ष की गवाही को पढ़ना चाहिए।वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने आपातकाल की पृष्ठभूमि को समझाते हुए बताया कि  पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कई उपलब्धियों के बावजूद आपातकाल उनके राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा काला धब्बा है। आपातकाल के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रम में जबरदस्ती की गई। बड़ी संख्या में उत्तर भारत के युवाओं की जबरदस्ती नसबंदी की गई। हर पीढ़ी को आपातकाल की घटना से सबक लेना चाहिए जिससे भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो।महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद ने बताया कि इस विषय पर संगोष्ठी का आयोजन करने से विद्यार्थी नागरिक अधिकारों के महत्व को समझेंगे जो उनके जीवन के लिए लाभदायक होगा। प्रो. बिजेंद्र कुमार ने कहा कि दो सौ सालों के संघर्ष के उपरांत अर्जित स्वतंत्रता प्राप्त हुई लेकिन आजादी के बाद पहली बार पर आपातकाल में लोकतांत्रिक और नागरिक अधिकारों पर रोक लगा दी गई थी। संगोष्ठी के समापन अवसर पर ‘आपातकाल: लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन’ विषय पर आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। जिसमें प्रथम पुरस्कार नीशू , द्वितीय पुरस्कार जाह्नवी और तृतीय पुरस्कार आसिफ अंसारी ने प्राप्त किया।संगोष्ठी का मंच संचालन प्रो. शशि रानी ने किया। कार्यक्रम में प्रो. चित्रा रानी, प्रो. ममता, डॉ. विनीत कुमार, डॉ. अंजू, डॉ सुभाष गौतम, डॉ. प्रवीण झा, डॉ. अनिल कांबले,  डॉ. आदर्श मिश्रा और राकेश कुमार उपस्थित रहे।कार्यक्रम संयोजक प्रो. राजबीर वत्स ने धन्यवाद ज्ञापन के क्रम में अतिथियों का आभार किया और आधारिक रूप से संगोष्ठी का समापन किया।

Read More

राजनीति और शुचिता विषय पर द्वितीय ‘श्री ओम प्रकाश कोहली जी स्मृति व्याख्यान’नई दिल्ली, 11 अगस्त। दिल्ली विश्वविद्यालय नार्थ कैम्पस सर शंकर लाल सभागार में गुजरात के पूर्व राज्यपाल व प्रख्यात साहित्यकार स्व श्रध्देय ओम प्रकाश कोहली जी की स्मृति में व्याख्यान का आयोजन किया गया।प्रख्यात शिक्षाविद व चिंतक प्रो राजकुमार भाटिया जी ने स्व. श्री ओम प्रकाश कोहली जी का स्मृति परिचय दिया। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए कोहली सदैव प्रेरणा के स्रोत रहेंगे। उनपर एक पुस्तक की आवश्यकता को महसूस करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही कोहली जी के जीवन पर पुस्तक आएगी। उन्होंने कहा कि कोहली जी अति सज्जन व्यक्ति थे। वह बीजेपी के नहीं थे लेकिन उनको दिल्ली का अध्यक्ष बनाया गया। उस समय तीन संगठन का कार्य देखते थे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि उनकी सज्जनता के कारण आपातकाल में जेल भेज दिया गया। प्रख्यात शिक्षाविद अतुल भाई कोठारी ने स्मृति व्याख्यान देते हुए कहा कि न केवल एन डी टी एफ का नेतृत्व उन्होंने किया अपितु अनेक संगठनों में अपने कार्य, शुचिता एवं व्यक्तित्व की छाप छोड़ी जो शिक्षा, राजनीति और अन्य क्षेत्रों में कार्यकताओं का मार्गदर्शन करती रहेगी। आज के व्याख्यान का विषय ‘राजनीति और शुचिता’ उनके व्यवहार से मेल खाता है। राज्यपाल रहते हुए वह राज्यपाल भवन में रहने वाले कर्मचारियों के बच्चे को पढ़ाते थे। कोहली जी ने अनेक दायित्व निभाए किंतु उनका मूल स्वभाव कभी नहीं बदला।कोहली जी की तुलना गांधी व दीनदयाल उपाध्याय जी से करते हुए कोहली जी की उन्हीं की भांति सादगी पसंद और जीवन में शुचिता के प्रति आग्रही बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज जीवन मे शुचिता की सबसे अधिक जरूरत है। पंच परिवर्तन भी इसी प्रकार शुचिता का ही विषय है।प्रख्यात शिक्षाविद व डूटा के पूर्व अध्यक्ष एन के कक्कड़ जी ने कहा कि कोहली जी से मेरा अंतिम समय तक सम्पर्क रहा और सीखने को बहुत कुछ मिला। हमेशा उनका सहारा मेरे साथ रहा। कक्कड़ जी ने आपातकाल की व्यथा को भी याद दिया और बताया की कोहली जी ने उस समय कैसे कार्यकर्ताओं को सजग किया।प्रख्यात शिक्षाविद व दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के डॉ वी एस नेगी जी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कोहली जी को याद किया और कहा कि कोहली जी के जाने के बाद प्रो ए के भागी जी ने डूटा में एन डी टी एफ की जीत का सपना साकार किया। उन्होंने कहा कि गुजरात मे राज्यपाल रहते हुए थाली में उतना ही भोजन ले जितना खा सके और उतना ही पानी ले जितना पी सके कैम्पेन बहुत सराहा गया। उन्होंने आगामी 4 सितंबर को होने वाले शिक्षक संघ चुनाव में एन डी टी एफ के उम्मीदवारों के लिए स्नेही सभा का आशीर्वाद लिया।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ हर्षवर्धन जी ने कहा कि कोहली जी का व्यक्तित्व कई रूपों।में था। वह एक बेहतरीन नेक इंसान थे। किसी भी पद पर रहते हुए उन्होंने अपने को और बेहतर बनाया। वह बहुत कमिटमेंट के साथ काम करते थे। आज राजीनीति में शुचिता का अभाव है। कोहली जी सात्विक कर्म…

Read More

हर वर्ष 9 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र के आवाहन पर विश्व मूलनिवासी दिवस (International Day of the World’s Indigenous Peoples) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य उन मूलनिवासी समूहों के अधिकारों की रक्षा करना है, जिन पर ऐतिहासिक अन्याय, नरसंहार और जबरन विस्थापन जैसे गंभीर अत्याचार हुए हैं। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देशों में…

Read More
Top