समाहरणालय_शेखपुरा
शेखपुरा: आज दिनांक-19.04.2025 को श्री आरिफ अहसन, जिला पदाधिकारी,शेखपुरा की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के तकनीकी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई।
माननीय पत्रकार महोदयआज दिनांक 17/04/2025 को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के बेनीपुर प्रखंड अध्यक्ष गौतम झा के नेतृत्व में बहेड़ा कॉलेज बहेड़ा के प्रांगण में संगठन की एक महत्त्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में कॉलेज के छात्रों, संगठन के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।बैठक में कॉलेज में व्याप्त अनेक मूलभूत समस्याओं को लेकर छात्रों ने आक्रोश प्रकट किया। छात्रों ने बताया कि कॉलेज में विभिन्न मदों में अवैध उगाही किया जाता है – जैसे CLC, एडमिट कार्ड, मार्कशीट, प्रैक्टिकल एग्जाम, असाइनमेंट एवं नामांकन में।मिथिलावादी नेता विद्या भूषण राय ने का कॉलेज में विषयवार शिक्षकों की भारी कमी है। खेल सामग्री उपलब्ध नहीं है, कॉलेज का फील्ड जंगल में तब्दील हो चुका है, शौचालय एवं पीने योग्य पानी का घोर अभाव है। कॉलेज के कई कक्षाओं में पंखे तक नहीं लगे हैं, साफ-सफाई की हालत बदतर है। कॉलेज के मुख्य द्वार पर सुरक्षा गार्ड की अनुपस्थिति के कारण असामाजिक तत्वों का प्रवेश बना रहता है, जिससे छात्राओं की सुरक्षा भी सवालों के घेरे में है। कॉलेज में कैंटीन, साइबर कैफे एवं प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं।प्रखंड अध्यक्ष गौतम कुमार झा ने कहा, “शिक्षा का मंदिर अब शोषण का केंद्र बन चुका है। छात्रों से जबरन पैसा वसूला जा रहा है, सुविधाएं नाममात्र की भी नहीं हैं। मिथिला स्टूडेंट यूनियन छात्रों की आवाज़ है और यदि जल्द इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हम जोरदार आंदोलन करेंगे। कॉलेज प्रशासन एवं संबंधित विभाग को चेतावनी दी जाती है कि छात्रों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाएं, अन्यथा MSU सड़क से लेकर कॉलेज तक संघर्ष करेगा।”बैठक में संगठन ने निर्णय लिया कि बहुत जल्द कॉलेज परिसर में एक जोरदार छात्र आंदोलन किया जाएगा। इसके माध्यम से सभी समस्याओं को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा और कॉलेज प्रशासन को जवाबदेह बनाया जाएगा।मौके पर उपस्थित संगठन के नेताओं ने सभी छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे बड़ी संख्या में आगामी 27 अप्रैल को मिथिला अधिकार युवा सम्मेलन में भाग लें और छात्र हितों की इस लड़ाई को मजबूत करें।मौके पर सहनी (प्रदेश सचिव), अभिषेक बस्कटिया (जिला संगठन मंत्री), संतोष साहू (नगर अध्यक्ष), शाहाब हाशमी (कॉलेज उपाध्यक्ष), सुधीर जी (प्रखंड सचिव), प्रशांत मैथिल, आदित्य, अंकित, आशीष, अंकुश, कृष्णा, शाद रजा, शुभम, शिवम सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।भवदीयगौतम झाप्रखंड अध्यक्ष, बेनीपुर
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चीन में पाँच हजार लोगों को हिन्दी सीखने से मिला रोजगारनई दिल्ली, 17 अप्रैल। डॉ. भीमराव अंबेडकर कॉलेज के हिंदी विभाग ने हिंदी भाषा का वैश्विक परिदृश्य : आर्थिक, राजनीतिक एवं शैक्षणिक संदर्भ विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। मुख्य अतिथि के रूप में अमर उजाला के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री और विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्ष प्रो सुधा सिंह उपस्थित रहीं। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद ने अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभ्यता और संस्कृति ही भाषा की वाहक है। भाषा समाज को आशा, प्रेम और नई दिशा देता है। उद्घाटन सत्र में विषय प्रवेश कराते हुए हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रो बिजेंद्र कुमार ने कहा कि हिंदी को केवल बाजार, रोजगार और शिक्षा से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है बल्कि यह देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के संपर्क की भाषा है। हिन्दी संपूर्ण भारत को आपस में जोडने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाषा की राजनीति और राजनीति की भाषा सदैव विरोधाभास रखती है किन्तु हिंदी का विकास राजनीति से नहीं हुआ है। हिंदी के विकास में कॉन्टेंट क्रिएटरों का बहुत बड़ा योगदान है। हिन्दी ने अपने को तकनीकी के अनुकूल ढ़ाला है और अब तो तकनीकी के विकास में भी हिन्दी भाषा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उद्घाटन वक्तव्य में इग्नू के पूर्व निदेशक और भाषाविद प्रो. वी आर जगन्नाथन ने कहा कि विदेशों में प्रवासी लोग ही हिंदी को लुप्त होने से बचा रहे हैं। अमेरिका में भी हिंदी के संगठन मिल जाएंगे जो हिंदी के विकास के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में हिंदी का दूतावास होना चाहिए जिससे हिंदी की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता बढ़ेगी। हिन्दी के विकास में औपचारिक औऱ अनौपचारिक संस्थाओं का उपयोग किया जाना चाहिए। विनोद अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भाषा पूरे समाज की होती है किंतु हिंदी के प्रति हीनता का बोध हिंदी भाषाई लोगों में ही ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक साम्राज्यवाद सबसे पहले भाषा पर ही लागू होता है। भाषा ही लोगों की अस्मिता को जोड़ती है। भाषाई विवाद भाषा की ताकत को क्षीण करता है जबकि आर्थिक सत्ता, बाजार और राजनीति सत्ता भाषा को बढ़ावा देती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाषा तभी संवृद्ध होगी जब भाषा बाजारू न होकर बाजार की होगी क्योंकि बाजार की ताकत भाषा को संबल और संवृद्धि प्रदान करती है। सत्र को संबोधित करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की हिन्दी विभाग की अध्यक्ष प्रो. सुधा सिंह ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा अखबार और खबरिया चैनल हिन्दी भाषा के हैं। इसके बावजूद भी हिन्दी की संवृद्धि सकते में हैं क्योंकि हमारी भाषा बौद्धिक चिंतन का आधार नहीं बन पा रही है। उन्होंने कहा कि विचार, दृष्टि और संवेदना ही भाषा की शुद्धता का निर्धारण करता है। रोजगार के लिए विदेशों में होने वाला प्रवास भाषा के प्रसार में योगदान नहीं दे पाता है क्योंकि उन्हें भाषा के संवर्धन से कोई खास मतलब नहीं होता बल्कि वे मनोरंजन और स्वजनों से संवाद के लिए अपनी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। रोजगार के लिए भाषा पर अगर आप बात कर रहे हैं तो आप केवल संप्रेषण कर रहे हैं न कि भाषा का विकास कर रहे हैं।दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के पहले दिन के द्वितीय सत्र को संबोधित करते हुए चीन के क्वांतोंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के सह-प्राध्यापक डॉ विवेक मणि त्रिपाठी ने कहा कि चीनी लोगों को भारत की संस्कृति, सभ्यता और भाषा से गहरा जुड़ाव रहा है। इस कारण चीन में पाली, संस्कृत और हिन्दी भाषा के अध्ययन और शोध पर विशेष ध्यान दिया जाता है। चीन में 18 विश्वविद्यालयों में आज हिन्दी की पढ़ाई हो रही है। चीनी में हिन्दी भाषा की पढ़ाई करने वाले तकरीबन पाँच हजार लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। प्राचीन काल में चीनियों ने भारत से नेत्र विज्ञान, योग और आयुर्विज्ञान का ज्ञान प्राप्त किया है। चीन के लोगों ने भारतीय नेत्र विज्ञानियों की प्रशंसा में एक हजार से ज्यादा कविताएं लिखी हैं जो भारत से हिन्दी से गहरे जुड़ाव का प्रतीक है। इस सत्र का संचालन प्रो. शशि रानी ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीपार्जन से हुआ। पहले दिन की संगोष्ठी के समापन सत्र में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए हिन्दी विभाग की प्रभारी प्रो. चित्रा रानी ने कहा कि हिन्दी का वैश्विक पटल शानदार है। कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी लोगों का धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में देश और विदेश के प्रतिष्ठित विद्वानों को जुड़ने के लिए प्रो. चित्रा रानी ने विशेष आभार जताया। कार्यक्रम में प्रो. ममता वालिया, प्रो. कुसुम नेहरा, डॉ राजवीर वत्स, डॉ विनीत कुमार, डॉ धनंजय कुमार, डॉ आदर्श मिश्र, डॉ मंजू, रजनी, अखिलेश, डॉ सुभाष गौतम और डॉ अनिल कांबले समेत सैंकड़ो छात्र उपस्थित रहे।
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यदि सही जानकारी एवं पोषण- जागरूकता हो तो कम खर्चे में भी आवश्यक पोषक पदार्थों का सेवन करना संभव- डॉ चौरसिया
विश्वविद्यालय गृहविज्ञान विभाग में पीजी एनएसएस इकाई द्वारा पोषण पखवाड़ा के दौरान निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित निबंध, भाषण एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में 50 से अधिक एनएसएस के छात्र- छात्राओं की हुई सहभागिता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की स्नातकोत्तर एनएसएस इकाई, विश्वविद्यालय गृहविज्ञान विभाग तथा डा प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान…
विश्व कला दिवस पर एक बालिका ने बनाई मंत्री विजय कुमार मंडल की पेंटिंग, भेंट कर जताया सम्मान
कला के त्योहार पर कलाकारों को दिल से सलाम, बटराहा में मंत्री जी के आवास पर भावुक क्षण बटराहा । विश्व कला दिवस के अवसर पर बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री विजय कुमार मंडल के आवास पर एक विशेष और भावुक क्षण देखने को मिला, जब एक प्रतिभाशाली बालिका ने अपने हाथों से बनाकर तैयार…
जोकीहाट में AIMIM का सांगठनिक शक्ति प्रदर्शन, मुर्शीद आलम बने उम्मीद की नई आवाज़
गांव-गांव तक संगठन विस्तार, जन सरोकार की राजनीति को मजबूत करने निकले AIMIM के भावी प्रत्याशी मुर्शीद आलम जोकीहाट । जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में आगामी 2025 के चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं, और इसी कड़ी में AIMIM ने एक बड़ा संगठनात्मक विस्तार करते हुए क्षेत्र की राजनीति में नई ऊर्जा का…
ठेकेदार व अफसरों की उदासीनता से सड़क का नही हुआ जीर्णोद्धार ।
सरौनीकला -बिहारीगंज सड़क की मरम्मत नही होने से परेशानी । प्रातः संकलन ग्वालपाड़ा (मधेपुरा) प्रखंड क्षेत्र के सरौनी कला पंचायत के सरौनी काली स्थान ,अर्जुन टोला होते हुए बिहारीगंज को जेड़ने वाली सड़क मेंटेनेंस के अभाव से वर्षों से बदहाल है । संवेदक व ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से इस सड़क का…
अररिया का गौरव बढ़ा: सदर अस्पताल को डीएनबी कोर्स की मान्यता, उत्तर-पूर्व बिहार में रचा नया इतिहास
शिशु रोग विभाग में हर वर्ष तीन प्रशिक्षु डॉक्टरों को मिलेगा उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, एनबीईएमएस ने 5 वर्षों के लिए दी मान्यता अररिया/डा. रूद्र किंकर वर्मा। उत्तर-पूर्व बिहार के अररिया जिले ने चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। सदर अस्पताल, अररिया को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल…
आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी बच्चे के साथ किसी भी स्तर पर कोई अन्याय नहीं हो – डॉ. अमरदीप
बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुरू की बच्चों से जुड़े मामलों की सुनवाई पटना। बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के माननीय अध्यक्ष डॉ. अमरदीप एवं माननीय सदस्यगण – डॉ. हुलेश मांझी, श्रीमती शीला पंडित, डॉ. सुग्रीव दास एवं श्री राकेश कुमार सिंह – की पीठ द्वारा बच्चों के अधिकार एवं संरक्षण से जुड़े मामलों…
