
Patna Metro News: पटना मेट्रो रेल परियोजना से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। प्रोजेक्ट में बाधा बन रहे 33 मकान गिराए जाएंगे। पटना डीएम ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। वहीं, मकान मालिक मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी ओर पीएमसीएच के पास दवा की दुकानों को भी हटाया जाना है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो रेल परियोजना का काम तेजी से चल रहा है लेकिन कुछ जगहों पर अड़चनें भी आ रही हैं। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मेट्रो रेल डिपो के लिए जरूरी जमीन पर बने मकानों को गिराने का आदेश दिया है। यह मकान पटना-गया रोड पर हैं और मेट्रो परियोजना में बाधा बन रहे हैं। दरअसल, पटना-गया रोड पर मेट्रो रेल डिपो के लिए कुल 37 मकानों को तोड़े जाएंगे। इनमें से चार मकान पहले ही तोड़े जा चुके हैं लेकिन बाकी 33 मकानों को गिराने में दिक्कत आ रही है। मकान मालिकों का कहना है कि उन्हें पहले दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाए, उसके बाद ही उनके मकान तोड़े जाएं।
डीएम बोले- जल्द से जल्द अधिकारी मकान मालिक से करें बात
वहीं, पटना डीएम ने भू-अर्जन अधिकारी और मेट्रो अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मकान मालिकों से बातचीत करें और जल्द से जल्द इन मकानों को गिराने का काम शुरू करें। डीएम ने मंगलवार को इस मामले पर एक बैठक भी की। दूसरी ओर मकान मालिक मुआवजे को लेकर चिंतित हैं। जिन चार मकानों को पहले तोड़ा गया था, उनमें से केवल एक मकान मालिक को ही मुआवजा मिल पाया है। दो मकान मालिकों ने चार महीने पहले मुआवजे के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।
33 मकानों में से 27 मकान मालिकों ने मुआवजे के लिए आवेदन दिया है लेकिन उन्हें अभी तक कुछ नहीं मिला है। छह मकान मालिक दूसरी जगह स्थानांतरित किए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। मकान मालिकों का कहना है कि विस्थापित करने से पहले स्थापित करना होगा, उसके बाद ही मकान को तोड़ने देंगे। बता दें कि पटना-गया रोड के अलावा पीएमसीएच के पास भी मेट्रो रेल परियोजना के लिए कुछ दुकानों को तोड़ा जाएगा। यहां चार दवा दुकानें और एक राधा कृष्ण मंदिर मेट्रो लाइन के निर्माण में बाधा बन रहे हैं। डीएम ने इन दुकानों और मंदिर को भी हटाने का आदेश दिया है।