नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। डॉ. भीमराव अंबेडकर कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एक विस्तृत चर्चा का आयोजन किया। इस अवसर पर डॉ. स्नेह कपूर ने मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भको अधिक महत्व देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि मानसिक समस्याओं को समय रहते पहचानकर और क्लिनिकल साइकोलॉजी के माध्यम से उनका समाधान किया जाए, तो गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।
प्रसिद्ध फ्रेंच मनोवैज्ञानिक जूलिया ने बचपन से ही सकारात्मक जीवनशैली को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि मानसिक समस्याओं का समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि गर्भधारण के समय ही उचित देखभाल और वातावरण प्रदान किया जाए, तो बच्चा जन्म से ही मानसिक रूप से स्वस्थ बन सकता है। कॉलेज के प्राचार्य, डॉ. सदा नंद प्रसाद ने युवाओं को प्रेरित रहने और अपने भविष्य की तैयारी में अनावश्यक दबाव से दूर रहने की सलाह दी। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. मलीनी प्रिया ने भी आज के डिजिटल युग में अधिक डिजिटल जुड़ाव के बजाय योग और ध्यान जैसी वास्तविक जीवन की गतिविधियों में भाग लेने पर जोर दिया। मनोविज्ञान संघ की अधिकारी पाखी, विभूति और अन्य सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
