राजनीति विज्ञान विभाग तथा लोक प्रशासन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मगध विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत की गई। तीन महीने के सर्टिफिकेट कोर्स का टॉपिक है ‘स्थानीय शासन तथा पंचायती राज संस्थाएँ’। इस सर्टिफिकेट कोर्स के पाठ्यक्रम में क्लासरूम और वर्चुअल कक्षाओं के अलावा प्रतिभागियों को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इंटरेक्शन तथा स्थानीय संस्थाओं में फील्ड वर्क को सम्मिलित किया गया है।
प्रथम दिन आभासी मंच पर विभाग के शिक्षकों के द्वारा प्रतिभागियों को कोर्स से सम्बंधित जानकारी तथा उसके महत्व को समझाया गया। सायं सात बजे से डॉ प्रशांत कुमार , सहायक प्राध्यापक, मालवीय सेंटर फॉर पीस रिसर्च , बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, ने आमंत्रित वक्ता के रूप में विद्यार्थियों को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में अन्य देशों के स्थानीय निकाय से लेकर बिहार के स्थानीय शासन से सम्बंधित गुण – दोष तथा भगवती देवी जैसे उद्धरण प्रस्तुत किये । डॉ प्रशांत ने फ्रांसीसी चिंतक जेफ्रोलेट के ‘साइलेंट रेवोलुशन’ के भाँति क्रमिक तथा छोटे प्रयास के द्वारा बदलाव की बात कही। कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ दिव्या मिश्रा ने वक्ता, सहकर्मियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार घोष एवं वरिष्ठ प्रोफेसर मो एहतेशाम खान ने प्रतिभागियों को विषय सम्बंधित जानकारी दी। डॉ प्रियंका, डॉ शमशाद तथा डॉ अविनाश ने भी प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया। राजनीति विज्ञान विभाग में दो अन्य सर्टिफिकेट कोर्स भी विश्वविद्यालय के द्वारा अनुमोदित किये गए हैं जो भारतीय ज्ञान परंपरा और कूटनीति से सम्बंधित है।
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