महिलाओं-बच्चियों की सुरक्षा को लेकर माया श्रीवास्तव ने जताई चिंता, बोलीं– शासन-प्रशासन विफल, अब समाज को उठानी होगी जिम्मेदारी
पटना, दीपशिखा – समर्थ नारी, समर्थ भारत संगठन की राष्ट्रीय सह-संयोजिका एवं बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल की प्रभारी माया श्रीवास्तव ने देशभर में महिलाओं, लड़कियों और बच्चियों पर बढ़ रहे अत्याचारों को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन इस दिशा में पूर्णतः विफल साबित हो रहा है और अब समय आ गया है कि समाज को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
पटना के पुनाइचक स्थित संगठन कार्यालय में आयोजित बैठक में माया श्रीवास्तव ने कहा, “भारत जैसे देश में जहाँ नारी को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है, वहां आज बच्चियों तक के साथ दरिंदगी हो रही है। लव जिहाद, बलात्कार, हत्या जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं, जो पूरे देश को शर्मसार कर रही हैं।”
उन्होंने तीव्र शब्दों में कहा कि, “समाज ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी से मुँह मोड़ लिया है। जब तक हर परिवार अपनी बेटियों की तरह दूसरे की बेटियों को भी सम्मान देना नहीं सिखाएगा, तब तक यह विकृति नहीं रुकेगी। यह केवल कानून से नहीं रोकी जा सकती – इसके लिए समाज में जागरूकता और सामूहिक चेतना जरूरी है।”
माया श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि यदि समाज एकजुट होकर इन घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाए, तो किसी भी अपराधी की हिम्मत नहीं होगी कि वह किसी महिला की ओर आंख उठाकर देख सके। उन्होंने त्रिपुरा, नॉर्थ ईस्ट, पश्चिम बंगाल, मुंबई, दिल्ली, पटना समेत देश के हर कोने में बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि अब महिलाएं एकजुट होकर चुप्पी तोड़ें और दोषियों को सजा दिलाने में आगे आएं।
इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा पाठक ने की, संचालन अनीता मिश्रा और धन्यवाद ज्ञापन नीरू सिंह ने किया।
बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष मीना श्रीवास्तव, सरिता सिंह, स्मिता सिन्हा, संगीता श्रीवास्तव, गीता रानी, संगीता दुबे, पटना महानगर अध्यक्ष अनीता मिश्रा, लक्ष्मी देवी, राखी सिंह, नीलम वर्मा, प्रतिमा साहनी, नीलू शर्मा, पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष किरण ठाकुर, पूजा ठाकुर, अंजली ठाकुर, सुनीता देवी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।
सभी ने माया श्रीवास्तव के विचारों से सहमति जताते हुए उनके हर कदम में साथ देने का संकल्प लिया।
