अभाविप केरल के प्रदेश मंत्री पर वामपंथी सरकार के संरक्षण में हुए जानलेवा हमले के विरोध में दिल्ली के केरल भवन पर विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली, 23 जून। केरल राज्य में पीएम श्री योजना के क्रियान्वयन की माँग को लेकर चल रहे आंदोलन के क्रम में अभाविप के केरल प्रदेश मंत्री ई. यू. ईश्वरप्रसाद पर 21 जून की रात को तिरुवनंतपुरम में एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए बर्बर हमले के विरोध में आज दिल्ली स्थित केरल भवन पर अभाविप ने प्रदर्शन किया।अभाविप ने वामपंथी सरकार पर हमला प्रायोजित करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफ़े तथा हमलावरों पर कठोर कार्रवाई की माँग की।परिषद का मानना है कि पीएम श्री योजना वंचित एवं जरूरतमंद छात्रों के हित में है और इसके विरोध का कोई औचित्य नहीं है। इस योजना को वैचारिक कारणों से अस्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण है और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
18 अप्रैल 2025 को अभाविप प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश मंत्री ई. यू. ईश्वरप्रसाद के नेतृत्व में केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी से भेंट कर योजना को लागू करने की माँग की थी, जिसे सरकार ने खारिज कर दिया। इसके उपरांत अभाविप लगातार राज्यभर में ज्ञापन, जनजागरण एवं आंदोलन के माध्यम से योजना को लागू करने की माँग कर रही थी। 17 जून को सचिवालय मार्च और 20 जून को तिरुवनंतपुरम व कोझिकोड में काले झंडे दिखाकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया। इन लोकतांत्रिक आंदोलनों से घबराई राज्य सरकार, शिक्षा मंत्री और उनके संरक्षण में पल रहे एसएफआई जैसे हिंसक संगठनों ने इस आंदोलन को कुचलने के लिए योजनाबद्ध षड्यंत्र रचा। 21 जून की रात जब अभाविप के प्रदेश मंत्री ई. यू. ईश्वरप्रसाद तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन के निकट एक रेस्टोरेंट में भोजन करने जा रहे थे, तब एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। फिलहाल वे ICU में भर्ती हैं। यह हमला आकस्मिक नहीं, बल्कि सरकार द्वारा प्रायोजित सुनियोजित राजनीतिक हिंसा थी, जिसका उद्देश्य अभाविप के नेतृत्व को निशाना बनाना और छात्र आंदोलन को दबाना है।
अभाविप दिल्ली प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि अभाविप केरल के प्रदेश मंत्री पर हुआ हमला स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि केरल की वामपंथी सरकार वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी है। प्रशासन और सत्ता की मदद से वह संगठित हिंसा के सहारे छात्र आंदोलनों को कुचलना चाहती है। आज हमने दिल्ली स्थित केरल भवन पर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया एवं केरल सरकार को चेताया कि यदि पीएम श्री योजना को लागू नहीं किया गया, दोषियों पर सख़्त कार्रवाई नहीं हुई और शिक्षा क्षेत्र से हिंसा का अंत नहीं किया गया, तो अभाविप देश के कोने-कोने में इसके लिए आंदोलन करेगी।
