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बिहार की धरती पर वर्ल्ड पीस हार्मनी के चेयरमैन डॉ. शकील सैफी का भव्य स्वागत, बॉलीवुड अभिनेत्री जयाप्रदा ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभा

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“एक शाम पत्रकारों के नाम” कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब, पत्रकारिता और शांति मिशन को मिली नई पहचान

अररिया ।

जिला प्रेस एसोसिएशन द्वारा आयोजित “एक शाम पत्रकारों के नाम” नामक भव्य कार्यक्रम में वर्ल्ड पीस हार्मनी के चेयरमैन डॉ. शकील सैफी का जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद श्रीमती जयाप्रदा की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को एक अलग ही ऊँचाई प्रदान की।

पत्रकारिता को बताया लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ

डॉ. शकील सैफी ने अपने प्रेरक संबोधन में पत्रकारों को “समाज का दर्पण” बताते हुए कहा:

“निष्पक्ष और निडर पत्रकारिता आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। पत्रकार सिर्फ खबर नहीं लिखते, वे समाज की चेतना को दिशा देते हैं।”

उन्होंने देश-विदेश में शांति, सौहार्द और सामाजिक समरसता को लेकर किए जा रहे कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया और कहा कि उनका संगठन “वर्ल्ड पीस हार्मनी” विश्व स्तर पर मानवता के साझा मूल्यों को सशक्त करने हेतु निरंतर प्रयासरत है।

रजत मुकुट से किया गया सम्मानित, जयाप्रदा ने की खुले दिल से सराहना

कार्यक्रम के दौरान डॉ. सैफी को समाज में शांति एवं एकता स्थापित करने में योगदान के लिए रजत मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया।
श्रीमती जयाप्रदा ने उन्हें “समाज के लिए प्रेरणास्रोत” बताते हुए कहा:

“डॉ. सैफी जैसे लोग समाज में सकारात्मक ऊर्जा और समरसता फैलाने का कार्य कर रहे हैं।”

राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व का एकत्रित मंच

इस कार्यक्रम में राजनीतिक, सामाजिक एवं मीडिया जगत के कई दिग्गज चेहरे मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:

बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री विजय कुमार मंडल, अररिया सांसद श्री प्रदीप कुमार सिंह, परशुराम परिषद के राष्ट्रीय संयोजक पंडित अजय कुमार झा, विधायक मंचन केशरी, श्री जयप्रकाश यादव, जिला परिषद अध्यक्ष श्री आफताब अजीम पप्पू, श्री मूलचंद गोलछा, श्री समरनाथ सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का समापन सामूहिक फोटो सत्र और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। डॉ. शकील सैफी ने अंत में यह संदेश दिया:

“शांति, मानवता और निष्पक्ष पत्रकारिता — यही सच्चे लोकतंत्र की बुनियाद हैं। हमें मिलकर इन्हें मजबूत करना है।”

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