नई दिल्ली, 11 जून। आज ‘रामायण रिसर्च काउंसिल’ के तत्त्ववधान में नई दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रेस वार्ता में गीता मनीषी पूज्य स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, आनंद पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी बालकानंद गिरि जी महाराज, निरंजनी आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी चितप्रकाशानंद गिरि जी महाराज, वृंदावन में मिथिलाकुंज आश्रम के महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी काशीशरण जी महाराज, पद्मविभूषण स्थानगुरु स्वामी श्रीरामभद्राचार्य जी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य स्वामी राम दास जी महाराज, अयोध्या में श्रीराम आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी जय राम दास जी महाराज शामिल हैं।
जूना के आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अजितानंद गिरि जी महाराज और परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती की महाराज ऑनलाइन माध्यम से जुड़े एवं मीडिया को बताएं।
हाल में राघोपुर बखरी स्थित 833 वर्ष पुराने प्राचीन श्रीरामजानकी स्थान का जीर्णोद्धार करने के लिए और वहीं पर रामायण आश्रम को हाल में बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद की ओर से 12 वर्ष पुरानी प्राचीन श्रीरामजानकी स्थान पर स्थापित करने की घोषणा की गई, जिसमें सभी संतों ने एक स्वर में कहा कि संबंधित स्थान पर मां सीताजी के भव्य मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया गया है।
इस अवसर पर सचिवालय में श्रीभगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति के अध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर को बनाया गया।
इस अवसर पर संघ के वरिष्ठ प्रचारक ए. डॉ. इंद्र जी, भारत सरकार के पूर्व मंत्री श्री अश्विनी कुमार कुआदेश जी के बोर्ड काउंसिल के सदस्य निरंजनी कुमार से अराजिता गिरि जी, श्री केवल कपूर जी, श्री संजीव सिंह जी, डॉ. श्रीकांत कुमार जी, कनाडा में रह रहे एन.
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