नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हैप्पीनेस्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और खुश रहने के महत्त्व को रेखांकित करना था। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन प्रो. रंजीत बेहेरा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि खुद को आराम देना और मुस्कुराना भी उतना ही आवश्यक है ताकि हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें। श्रीमती लीना पाणी ने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा की खुश रहो और खुशियाँ बाँटो, क्योंकि जब हम खुश रहते हैं तभी हम वास्तव में स्वस्थ रहते हैं, और एक स्वस्थ व्यक्ति ही देश के लिए कुछ अच्छा कर सकता है।
कार्यक्रम में कई मनोवैज्ञानिक और काउंसलर उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों की काउंसलिंग की। काउंसलिंग सत्र में विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और अपनी शंकाएँ एवं विचार साझा किए। सत्र में श्री शुभम कुमार प्रजापति, डॉ. अदिति तिवारी, डॉ. अपर्णा सिंगल, डॉ. तान्या, श्री सुमित कुमार, डॉ. सिमरत कौर, डॉ. खुशबू गौतम और डॉ. श्रुति जैसे विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। थेरेपीज़ बाय लाइसेंस्ड काउंसलर्स थीम के अंतर्गत विभिन्न मनोवैज्ञानिक सत्र आयोजित किए गए, जिनमें बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-अभिव्यक्ति पर विशेष ध्यान दिया गया। पहले सत्र में डॉ. श्रुति मित्तल ने आर्ट थेरेपी के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी भावनाएँ चित्रों और रंगों के ज़रिए व्यक्त करने की तकनीक सिखाई। उन्होंने बताया कि कला मन के तनाव को कम करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम है।
दूसरे सत्र में प्रो. नीलम गुप्ता द्वारा ब्रीदिंग एंड मेडिटेशन सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों को गहरी साँस लेने और ध्यान की तकनीकें सिखाई गईं। डॉ सिमरत कौर ने विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच विकसित करने, आत्म-नियंत्रण बढ़ाने और नकारात्मक भावनाओं से निपटने के व्यावहारिक तरीके बताए। प्राचार्य प्रो. सदानंद ने मुख्य अतिथि प्रो. रंजीत बेहेरा को पर्यंत भेंट किया, जबकि प्रो. चित्रा ने श्रीमती लीना पाणी को स्केच भेंट कर सम्मानित किया।प्रो. सदानंद प्रसाद ने कहा कि ,लंबे समय बाद ऐसा अवसर आया है जब सभी को मुस्कुराने और खुश रहने का मौका मिला | मानसिक स्वास्थ्य पर संवाद इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. सिमरत कौर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
