“सात साल पहले टूटा था रिश्ता, अब सस्ती लोकप्रियता के लिए पूर्व गृह राज्य मंत्री के नाम का हो रहा दुरुपयोग”
जोकीहाट, अररिया |
एआईएमआईएम नेता और जोकीहाट नगर पंचायत से मुख्य पार्षद पद के हारे हुए उम्मीदवार रागिब सदा उर्फ़ चुन्ना को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। चुन्ना, जिनका नाम अक्सर सीमांचल के गांधी कहे जाने वाले मरहूम तस्लीमुद्दीन साहब के परिवार से जोड़ा जाता रहा है, अब उस परिवार से किसी भी प्रकार का रिश्ता नहीं रखते।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, तस्लीम बाबू की बेटी से उनकी शादी जरूर हुई थी, लेकिन वह रिश्ता सात साल पहले ही टूट गया। अब उनकी पूर्व पत्नी अपने मायके सिसौना में रहती हैं, एक बच्ची को गोद लिया है और पेशे से शिक्षिका हैं।
स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चुन्ना द्वारा बार-बार पूर्व मंत्री के परिवार का नाम घसीटने को ‘सस्ती लोकप्रियता की घटिया राजनीति’ करार दिया है। लोगों का कहना है – “जब पत्नी ने अपने पति से फोला ले लिया तो कौन सा रिश्ता बचा?”
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, चुनाव में हार के बाद खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए चुन्ना गलत नैरेटिव गढ़ रहे हैं, जो लोकतंत्र और जनता के साथ धोखा है।
साफ संदेश:
“रिश्ता टूटा, रिश्ता खत्म — नाम जोड़ना अब धोखा है!”
चुन्ना को जनता को गुमराह करने की बजाय सच स्वीकार करना चाहिए।