वर्ल्ड पीस हार्मनी चेयरमैन डा.सैफी ने दी ढाई लाख की आर्थिक सहायता, कहा— आदिल की बहादुरी देश के लिए गर्व और पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
अनंतनाग/दिल्ली ।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले सैय्यद आदिल हुसैन शाह की शहादत को पूरे देश ने नमन किया है। आतंकी हमले के दौरान सैय्यद आदिल ने अपनी जान की परवाह किए बिना कई निर्दोष पर्यटकों की जान बचाने की कोशिश की और आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। इस बहादुर जवान की वीरगति के बाद अब देशभर से लोग उनके परिवार के साथ खड़े हो रहे हैं।
इसी क्रम में वर्ल्ड पीस हार्मनी के चेयरमैन हाजी डा.शकील सैफी ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित शहीद के घर पहुंचकर उनके पिता सैय्यद हैदर शाह से मुलाकात की और ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक सौंपा। इस दौरान उन्होंने शहीद आदिल के बलिदान को वीरता की मिसाल बताते हुए कहा कि “उनकी शहादत पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी।”
परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक
सैय्यद आदिल हुसैन शाह अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले थे। उनके निधन से परिवार पर दुख और आर्थिक संकट का दोहरा बोझ आ पड़ा है। हाजी डा. शकील सैफी ने बताया कि “यह सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक नैतिक ज़िम्मेदारी है कि हम उन परिवारों के साथ खड़े हों जिन्होंने देश के लिए अपना सबसे कीमती सदस्य खो दिया हो।”
कैंडल मार्च निकालकर दी श्रद्धांजलि
हाजी शकील सैफी ने शहीद आदिल और अन्य पीड़ितों की याद में एक कैंडल मार्च का आयोजन भी किया, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल हुए। मार्च में शांति, एकता और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक चेतना का संदेश दिया गया।
उपस्थित रहे संगठन के पदाधिकारी
इस अवसर पर वर्ल्ड पीस हार्मनी संगठन के वाइस प्रेसिडेंट सैय्यद नूर अहमद, मौलाना मोहम्मद अहमद रहीम, शमीम सैफी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में आदिल शाह की बहादुरी को सलाम किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
सैय्यद आदिल हुसैन शाह ने जो साहस दिखाया, वह आतंकवाद के खिलाफ आम जनता की ताकत का प्रतीक है। हाजी डा. शकील सैफी जैसे सामाजिक नेताओं का यह कदम न केवल शहीद परिवार के लिए सहारा है, बल्कि समाज को भी यह संदेश देता है कि देश के सच्चे हीरो कभी अकेले नहीं होते।
