नई दिल्ली, 23 जुलाई। लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में निवेश (जहां आवश्यक हो, वहां केंद्र सरकार की स्वीकृति के अधीन) को प्रोत्साहित करने और आर्थिक विकास को गति देने के उद्देश्य से, लद्दाख के माननीय उपराज्यपाल ने पीपल ऑफ इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PIOCCI) के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य लद्दाख के विविध क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक अवसरों का अन्वेषण करना था।
प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व श्री कीर्ति शर्मा, महासचिव, PIOCCI , श्री ललित महाजन और अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने किया। श्री कीर्ति शर्मा ने बताया कि वर्ष 2002 से PIOCCI प्रवासी भारतीय समुदाय को राष्ट्र निर्माण में सहभागी बनाने और भारत में विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाओं की शुरुआत के लिए प्रेरित करता आ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि संगठन ने तकनीक, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रवासी भारतीयों के साथ व्यावसायिक साझेदारियाँ स्थापित की हैं।
माननीय श्री कविंदर गुप्ता, उपराज्यपाल ने लद्दाख में उपलब्ध विशाल निवेश अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि लद्दाख में निम्नलिखित क्षेत्रों में अपार संभावनाएँ हैं:
ईको-टूरिज्म और सतत् आतिथ्य सेवा: लद्दाख की प्राकृतिक सुंदरता के अनुरूप पर्यावरण-संवेदनशील बुनियादी ढाँचा विकसित करना।
नवीकरणीय ऊर्जा: उच्च सौर विकिरण के कारण लद्दाख सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एक आदर्श स्थान है।
कृषि आधारित उद्योग: जैविक खेती, उच्च हिमालयी औषधीय पौधों और कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं को बढ़ावा देना।
हस्तशिल्प और सांस्कृतिक निर्यात: स्थानीय कारीगरों को समर्थन और लद्दाखी हस्तशिल्प को वैश्विक बाज़ार तक पहुँचाना।
शिक्षा एवं कौशल विकास: स्थानीय युवाओं को आधुनिक कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने हेतु संस्थानों की स्थापना।
श्री गुप्ता ने क्षेत्र के सामरिक महत्व पर बल देते हुए यह आश्वासन दिया कि भारत सरकार निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक अनुकूल कारोबारी वातावरण तैयार करने हेतु प्रतिबद्ध है, जिसमें शामिल हैं।
माननीय उपराज्यपाल ने लद्दाख में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने वाले सभी प्रयासों को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा, “हम अपने प्रवासी भारतीयों और देश के उद्योगपतियों का आह्वान करते हैं कि वे लद्दाख को केवल एक दूरस्थ क्षेत्र के रूप में न देखकर इसे सतत नवाचार और रणनीतिक निवेश का एक उभरता हुआ केंद्र मानें।” उन्होंने यह भी कहा, “हमारा उद्देश्य लद्दाख को समावेशी, पर्यावरण-संवेदनशील और उच्च प्रभाव वाले विकास का आदर्श बनाना है।”
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि प्रवासी अथवा अंतरराष्ट्रीय निवेश से संबंधित सभी प्रस्ताव, जहाँ लागू हो, केंद्र सरकार की स्वीकृति एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही आगे बढ़ाए जाएंगे, ताकि राष्ट्रीय हितों एवं नीतियों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जा सके।
उपराज्यपाल और PIOCCI ने संयुक्त रूप से भारतीय उद्यमियों, वैश्विक निवेशकों और प्रवासी भारतीय समुदाय से लद्दाख में निवेश के अवसरों का अन्वेषण करने का आह्वान किया।