प्रातः संकलन ग्वालपाड़ा (मधेपुरा) डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत शनिवार को प्रखंड के कई पंचायतों में विशेष विकास शिविर लगाए गए। सरौनीकला पंचायत भवन वार्ड नंबर 10, खोखसी पूर्वी बारा वार्ड नंबर सात, विषवाड़ी राजपुर सरसंडी वार्ड नंबर सात और पांच, ग्वालपाड़ा वार्ड नंबर नौ नोहर, झलाड़ी वार्ड नंबर दो और पीरनगर पासवान टोला में शिविर आयोजित हुए।
सरौनीकला में शिविर की अध्यक्षता प्रखंड कृषि पदाधिकारी उदय शंकर कुमार ने की। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ महादलित और दलित परिवारों तक पहुंचाना प्राथमिकता है। इसके लिए सभी पंचायतों में टीम बनाई गई है। शिविर में लोगों की शिकायतें और आवेदन लिए गए। कुछ मामलों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। बाकी मामलों का निष्पादन जल्द किया जाएगा।
शिविर में छात्रवृत्ति, पोशाक योजना, आवास योजना, मनरेगा के तहत रोजगार, शिक्षा कार्यक्रम, सामाजिक सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और मातृत्व वंदना योजना की जानकारी दी गई। जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह ने शिविर में पहुंचकर शिविर का जायजा लियाऔर सभी योजनाओं की जानकारी ली। बीस योजनाओं में से कई पदाधिकारी शिविर में पहुंचे। उनसे परिचय किया गया। जो नहीं पहुंचे, उनकी हाजिरी अटेंडेंस रजिस्टर में काटी गई। जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह के द्वारा
महिलाओं और बच्चों को आयुष्मान कार्ड, जॉब कार्ड और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के प्रमाण-पत्र भी दिए गए। शिविर में विकास मित्र अंजन कुमारी, शिक्षा विभाग से अरुण कुमार, स्वच्छता पर्यवेक्षक संदीप कुमार, बिजली विभाग से रामोतार, आंगनबाड़ी सेविका सुलेखा देवी, एएनएम सोनम भारती, पीएचइडी स सूरज कुमार , हर्षराज, मनरेगा जॉब कार्ड से गोविंद कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग से मोहम्मद नवाजिश आलम, जीविका समूह से डोली कुमारी, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से अनिल मंडल, ई-श्रम कार्ड से राहुल कुमार और सरौनी समिति प्रतिनिधि रंजीत कुमार मौजूद रहे।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी उदय शंकर कुमार ने बताया कि अगले माह तक जिले के हर दलित टोले में ऐसे विशेष शिविर लगाए जाएंगे। लोगों से अपील की गई कि वे शिविर में पहुंचकर योजनाओं का लाभ लें। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर के सिद्धांतों पर चलना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने हमेशा दबे-कुचले लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। बिहार सरकार अनुसूचित जातियों के उत्थान के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं को धरातल पर उतारना जरूरी है, तभी डॉ. आंबेडकर का सपना साकार होगा।
महादलित टोले में लगा शिविर, लोगों की सुनी समस्या ।

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