मगध विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में 25 अक्टूबर 2024 को मन्नू लाल केंद्रीय पुस्तकालय के सभागार में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्ष” विषय पर एक वाद- विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें शिक्षा, हिंदी, संस्कृत, फिजियोथेरेपी, जंतु विज्ञान, गणित, समाजशास्त्र, इतिहास, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, एआई एवं एएस, अंग्रेजी, और दर्शनशास्त्र शामिल थे। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर गहन तर्क-वितर्क प्रस्तुत किए।
निर्णायकों के रूप में आईक्यूएसी समन्वयक प्रो. मुकेश कुमार, अंग्रेजी विभाग की वरिष्ठ प्रो. निभा सिंह और जंतु विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रो. एस. एन. पी. यादव दीन उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता में अंग्रेजी विभाग की नम्रता ने प्रथम पुरस्कार, भूगोल विभाग के बिट्टू कुमार ने द्वितीय, और इतिहास विभाग के सुशील कुमार ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। शिक्षा विभाग के विवेक और आशीष को संयुक्त रूप से प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. शिल्पी बनर्जी, डॉ. पूनम, डॉ. वंदना (एलएसडब्ल्यू), डॉ. ममता मेहरा, और डॉ. एकता वर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके अलावा, राजनीति विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों मनीष कुमार, हिमांशु, सूरज, और शोधार्थियों हर्ष एवं कुलदीप ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एकता वर्मा द्वारा किया गया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ममता मेहरा ने प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा एनईपी समन्वयक डॉ. प्रियंका सिंह ने की।
इस आयोजन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विद्यार्थियों के विचारों को साझा करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया।

