राज्य सरकार का ऐतिहासिक निर्णय, स्थानीय विधायक सह मंत्री विजय कुमार मंडल और सांसद प्रदीप कुमार सिंह को मिली बधाई
कुर्साकांटा/डा. रूद्र किंकर वर्मा।
बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अररिया जिले के कुर्साकांटा प्रखंड स्थित बाबा सुन्दरनाथ धाम (सुन्दरी मठ) मेला को राज्य स्तरीय मेला का दर्जा प्रदान किया है। इस निर्णय के बाद अब यह मेला बिहार राज्य मेला प्राधिकरण के अधीन संचालित होगा।
यह निर्णय अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह द्वारा जारी अधिसूचना के तहत लिया गया, जिसमें समाहर्त्ता, अररिया द्वारा प्रस्तुत किए गए तथ्यों का संदर्भ लिया गया है। बाबा सुन्दरनाथ धाम का मंदिर महाभारत काल से जुड़ा हुआ है और इसका धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटकीय महत्व अतुलनीय है।
महाभारत काल से जुड़ा है मंदिर का इतिहास
स्थानीय मान्यता के अनुसार, यह मंदिर महाभारत काल से संबंधित है, जब पाण्डवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां प्रवास किया था। माता कुन्ती ने यहां पूजा की थी और मंदिर में स्थित शिवलिंग का आकार समय-समय पर बदलने की मान्यता है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत आस्था का प्रतीक है।
श्रावण माह और महाशिवरात्रि में लाखों की भीड़
श्रावण माह में यहां जल चढ़ाने के लिए न केवल बिहार बल्कि नेपाल और भूटान के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आते हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित विशाल मेला में लगभग 15 दिनों तक हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
पर्यटन को मिलेगा नया आयाम, बेहतर सुविधाओं का इंतजाम
राज्य सरकार के इस निर्णय के बाद, मेला स्थल पर सुरक्षा, स्वच्छता, चिकित्सा, बिजली, यातायात प्रबंधन सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं बेहतर तरीके से प्रदान की जाएंगी, जिससे धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी और इस क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी।
स्थानीय नेताओं को मिली बधाई
इस ऐतिहासिक फैसले के बाद सीमांचल और मिथिलांचल वासियों ने सुंदरी मठ न्यास समिति के अध्यक्ष स्थानीय विधायक और मंत्री विजय कुमार मंडल तथा स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह को बधाई दी। उन्होंने इस निर्णय को क्षेत्र की धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को बढ़ाने वाला कदम बताया। साथ ही, उन्होंने सूबे की एनडीए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह फैसला इलाके के विकास और स्थानीय लोगों के लिए ऐतिहासिक साबित होगा।
भविष्य में क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बल
भाजपा और एनडीए कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह निर्णय क्षेत्रीय विकास को और गति देगा। विजय कुमार मंडल और प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में सहरसा, अररिया और कुर्साकांटा क्षेत्रों को एक नई पहचान मिलेगी और आने वाले समय में यहां पर्यटन के अवसर और बड़ेंगे।
यह निर्णय निश्चित रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से सीमांचल व मिथिलांचल के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।