अररिया सदर प्रखंड के पैक्स सदस्यों और ग्रामीणों ने गोदाम निर्माण को बताया प्राथमिक ज़रूरत
अररिया ।
“अब देरी नहीं, बने गोदाम!” – मंगलवार को किस्मत खवासपुर पैक्स की वार्षिक आमसभा में यह मांग ज़ोरदार तरीक़े से उठी। कार्यक्रम में आए ग्रामीणों, किसानों और जनप्रतिनिधियों ने एक सुर में कहा कि धान और गेहूं अधिप्राप्ति को सुचारु और पारदर्शी बनाने के लिए 1000 एमटी क्षमता वाले गोदाम का निर्माण जरूरी है।
बैठक में उठे अहम मुद्दे:
पूरे वर्ष की कार्य रिपोर्ट और अंकेक्षण विवरण की प्रस्तुति
लाभांश वितरण और सदस्यों के अधिकारों पर चर्चा
पैक्स कंप्यूटरीकरण, फसल सहायता योजना, मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना पर विचार
किसानों के लिए कोऑपरेटिव बैंक और क्रेडिट लोन सुविधा की ज़रूरत को भी माना गया अहम
जन प्रतिनिधियों का बयान:
“बिना गोदाम के अधिप्राप्ति व्यवस्था अपंग है। किसानों की उपज की सुरक्षा होनी चाहिए।”
“अब बातों से आगे, काम ज़मीन पर दिखना चाहिए।”
उपस्थित प्रमुख लोग:
मुखिया दयानंद सादा, पूर्व मुखिया मुमताज अंसारी, सत्येंद्र झा, आज़ाद अंसारी, अनिल झा, कमल किशोर ऋषिदेव, दीपक कुमार, उद्धव झा समेत सैकड़ों ग्रामीणों, पैक्स सदस्यों और जनप्रतिनिधियों ने एक सुर में “बने गोदाम” की मांग दोहराई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता किस्मत खवासपुर पैक्स अध्यक्ष संतोष झा ने की
किस्मत खवासपुर की आमसभा अब सिर्फ एक बैठक नहीं, एक जनआंदोलन का मंच बन गई है। जनता की यह सीधी मांग है – “बने गोदाम!” और यदि प्रशासन ने इसे प्राथमिकता दी, तो यह पैक्स बन सकता है जिले के विकास का आदर्श मॉडल।