
सदर अस्पताल में शनिवार को सर्दी-खांसी, बुखार, उल्टी व डायरिया के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी देखा गया. अस्पताल के ओपीडी वार्ड और इमरजेंसी वार्ड में शनिवार को बदलते मौसम से बिमार हुए मरीजों से पूरा वार्ड भरा हुआ था.जिसमें करीब 50 ऐसे मरीज थे जिनको मौसम में बदलाव के कारण उल्टी, बुखार, जुकाम , पेट खराब व डायरिया जैसी बीमारी के सताए मरीज की भीड़ उमर रही थी. इनमें से लगभग 15 मरीजों को लुज माेशन की समस्या थी.जिसको इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर उसका इलाज किया जा रहा है.बताया गया कि शनिवार को अस्पताल के ओपीडी वार्ड लगभग 80 मरीजों का भीड़ देखा गया जिसका मौसम के कारण तबीयत खराब हुआ था. इमरजेंसी वार्ड में भी लगभग 15 मरीज भर्ती थे जिसको ज्यादात्तर उल्टी व लुज माेशन के सताए मरीज थे. इनमें कई मरीज डायरिया बीमारी के सताए भी थे. इन मरीजों में से ज्यादात्तर बच्चे और वृद्ध मरीजों की संख्या ज्यादा देखा गया. बताया गया कि रात में अचानक दिन में अचानक गर्म मौसम की वजह से समान्य मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. गर्मी और बारिश के बाद भीषण उमस के साथ ही लोग वायरल फीवर का शिकार होने लगे हैं. इसका असर सदर अस्पताल में दिखने लगा है. यहां मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी है. अस्पताल में पर्चा बनवाने से लेकर ओपीडी में डॉक्टरों के कक्ष और जांच के लिए मरीजों की पैथोलॉजी लैब के बाहर लंबी लाइन लगी रही. एक दिन में अस्पताल में 200 से अधिक मरीजों ने पर्चा बनवाया. हाल में मौसम बदलाव का असर अस्पताल की ओपीडी में रोज दिख रहा है. मौसम में उतार चढ़ाव का असर बच्चों पर भी तेजी से हो रहा है। इस मौसम की चपेट में आने से छोटे छोटे बच्चे बुखार, खांसी, जॉन्डिस, डायरिया-डिसेंट्री व अन्य बीमारियों के चपेट में आ रहे है.ओपीडी के चिकित्सक डा. पवन ने बताया कि मरीजों का उपचार किया जा रहा है.दूषित पानी पीने से उल्टी, दस्त, पीलिया जैसी बीमारियों की चपेट में लोग आ जाते हैं. बारिश के बाद उमस और गर्मी से लोग काफी परेशान है. इसके साथ ही मौसम जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.जिसमें सर्दी, बुखार व खांसी सहित मलेरिया, टायफायड आदि रोगों से लोग बीमार हो रहे हैं.