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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जन्म शताब्दी का आयोजन

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रौशन सिंह
नई दिल्ली, 10 दिसम्बर। भारत रत्न माननीय अटल बिहारी बाजपेयी जन्म शताब्दी महोत्सव का भव्य आयोजन कंस्ट्यूसन क्लब के मावलंकर हाल में किया गया। इस मौके पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अटल जो को सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी जब भारत भ्रष्टाचार मुक्त होगा। उनका सपना था कि भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो।
बीजेपी सांसद लुम्बा राम जी आदरणीय अटल बिहारी बाजपेयी कभी झुके नहीं। भारत की शक्ति बढ़ाने के लिए राजस्थान की धरती पोखरन में परमाणु परीक्षण कर पूरी दुनिया को अपनी शक्ति का आभास करवा दिया। अटल सड़क योजना के तहत देश को एक करने का काम किया गया है। उनके आदर्शों पर चल कर हमें भरे को मजबूत करना है।
पूर्वी दिल्ली के लोकप्रिय सांसद व भारत सरकार में मंत्री हर्ष मल्होत्रा जी ने अटल जी की प्रतिमा का आवरण किया। इस मौके पर स्मृति ग्रन्थ राजनीति के धूमकेतु का भी लोकार्पण किया। उन्होंने अटल जी को महामानव की संज्ञा देते हुए कहा कि वह पूरे देश के थे और रहेंगे। जब हम। राजीनीति में पदार्पण कर रहे थे उस समय अटल जी विश्वविख्यात नेता बन गए थे। अटल जी राजनीति शुचिता के साथ किया। उनका उदाहरण पूरे विश्व मे नहीं मिलता। उनकी कविता में मानवीयता थी।
20 हजार किलोमीटर की हिन्दू एकता यात्रा कर चुके माननीय दीपांकर महाराज जी ने कहा कि अटल जी भारत की राजनीति के आज़ादशत्रु थे। वह हिन्दू होने पर गर्व करते थे, उन्ही की प्रतिमूर्ति माननीय नरेंद्र मोदी जी हैं। उन्होंने।कहा कि जेहाद पहलगांव केलिए होना चाहिए था, लाल किले पर बम्बलास्ट के लिए होना चाहिए था जो नहीं हुआ।
दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह इस प्रकार का आयोजन समाज के प्रेरणा का स्रोत है। अटल जी के गुणों की चर्चा हेतु कई दिन चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में अटल जी खरीद फ़रोख़्त के शक्त ख़िलाफ़ थे।
बीजेपी नेता गिविंद अवस्थी जी ने कहा की मुझे समधीजी कह के पुकारते थे। अटल जी के साथ रहने का सौभग्य प्राप्त हुआ। माननीय नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी अटल जी का आज सपना पूरा कर रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार जी ने कहा कि अटल जी को याद करना अपने देवता को याद करना है। अटल जी आधुनिक युग के देवता हैं। उनके जीवन में धर्म के अलावा कुछ नहीं था। कठिन समय में सत्ता की बागडोर संभाली थी। 1099 में षड्यंत्र कर एक वोट से गिराया गया था, उसके पीछे कथित सेकुलरवादी नेता थे। उन्होंने अटल जी पत्रकारिता को भी याद किया। कहा कि सच्चे अर्थों में उनको याद करना तब माना जायेगा जब भारत में धर्मिक व संस्कृति आजादी मिलेगी। उन्होंने इसी बहाने लाल किले पर हुए बमविस्फोट की निंदा किया। और कहा कि आतंकी कार्य एक विचार है, कहा कि आतंकवाद विरोध होना चाहिए। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारक व चिंतक माननीय रौशन सिंह जी, मैट्रिक सोसायटी के सीईओ राजेश जी मौजूद थे। इसके पश्चात कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

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