नई दिल्ली, 19 नवम्बर। डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में रेड रिबन क्लब, एनएसएस एवं जीटीबी हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में रक्त दान एवं एड्स पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजिका प्रो. निशि शर्मा ने स्वागत भाषण में कहा कि हाईवी और एड्स जैसे गंभीर समस्याओं पर झिझक ख़त्म करने की आवश्यकता है। प्रो. बिजेंद्र कुमार ने कहा कि रक्त दान से बड़ा कोई दान नहीं होता है। पर हित सरिस धर्म नहिं भाई, यानि दूसरों की भलाई करने के समान कोई श्रेष्ठ धर्म नहीं है। उन्होंने युवा छात्रों से रक्त दान करने का आह्वान किया और कहा कि रक्त दान को लेकर किसी भ्रम में पड़ने की आवश्यकता नहीं है।
गुरु तेग बहादुर अस्पताल की डॉ ऋचा गुप्ता ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं से रक्त दान की बहुत उम्मीद है। उन्होंनें रक्त दान के तकनीकी पहलुओं को समझाया और पैसे लेकर रक्तदान नहीं करना चाहिए। रक्तदान को लेकर रक्तदाताओं के बीच के भ्रम को दूर किया और खाली पेट रक्तदान नहीं करना चाहिय। उन्होंनें बताया कि एक प्रतिशत व्यक्ति भी नियमित रक्तदाता हो जाए तो जो भारत में 2 मिलियन यूनिट की आवश्यकता है, उसकी पूर्ति हो सकती है। डॉ गुप्ता ने एचआईवी और एड्स के संक्रमण से छात्रों को जागरूक किया। एचआईवी और एड्स के संक्रमण को पहचानने के तरीके को विद्यार्थियों के समक्ष रखते हुए बताया कि एड्स से संक्रमित मरीज की जानकारी गोपनीय रखी जाती है, और उनका इलाज मुफ़्त किया जाता है। उन्होंनें ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के टीके लगवाने पर ध्यान केंद्रित किया।
कार्यक्रम में संयोजिका प्रो. निशि शर्मा, एन.एस.एस प्रोग्राम अधिकारी प्रो. अवतार सिंह, डॉ अंजली सुमन, राकेश कुमार, रेड रिबन क्लब और एनएसएस के वॉलेंटियर एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें।
