स्वच्छता, शिक्षा और राष्ट्रीय भावना के साथ खुद को समाज के प्रति जिम्मेदार बनाएं: भाजपा युवा नेता नागेश्वर यादव
नरपतगंज।
माननीय प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल जी के निर्देशानुसार, 07 अप्रैल से 12 अप्रैल तक चलाए जा रहे “गांव / बस्ती चलो अभियान” के तहत, नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के फुलकाहा मंडल स्थित भंगही पंचायत, वार्ड संख्या 01, बूथ संख्या 70 पर सार्वजनिक दुर्गा मंदिर हनुमान नगर में एक स्वच्छता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के मंडल अध्यक्ष श्री घनश्याम यादव जी ने की।
भा.ज.पा. युवा नेता नागेश्वर यादव ने दिया प्रेरणादायक संदेश
स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के युवा नेता और जिला उपाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ, मान्यवर नागेश्वर यादव जी ने कहा कि, “चरित्र निर्माण और मानवीय गुणों के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। भारतीय संस्कृति को सुरक्षित रखना भी भारतीय शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है। हमें हिंदू धर्म, उसके शास्त्र और हिंदू संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए। प्रत्येक भारतीय में देश की भाषा, धर्म और संस्कृति के प्रति आदर भाव होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि, “राष्ट्रीय भावना, देशभक्ति, त्याग और सेवा भाव से युक्त होकर हम अपने जीवन को सार्थक कर सकते हैं और अपने अतीत के गौरव को समझकर भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। यही हमारी शिक्षा का परम उद्देश्य है।”
कार्यक्रम में अन्य प्रमुख व्यक्तित्वों की उपस्थिति
स्वच्छता अभियान में शक्ति केंद्र प्रमुख श्री अशोक यादव जी, समाजसेवी मनोज कुमार साह जी, शिक्षक श्री जयप्रकाश यादव जी, मिथिलेश मालाकार जी, दुर्गानंद राम जी, रामदेव राम, अशोक साह समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।
समाज की समृद्धि और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का आह्वान
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल स्वच्छता की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना था, बल्कि भारतीय संस्कृति, शिक्षा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना था। भाजपा नेताओं ने इस अभियान को आगे बढ़ाने और अधिक लोगों तक पहुंचाने की योजना बनाई है, ताकि समाज के हर तबके में स्वच्छता और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
यह कार्यक्रम भाजपा द्वारा स्वच्छता और सामाजिक चेतना की दिशा में उठाया गया एक कदम है, जिसमें भारतीय संस्कृति और शिक्षा के महत्व को भी उजागर किया गया। इस प्रकार के कार्यक्रम न सिर्फ स्वच्छता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक बदलाव लाने में मदद करते हैं।