अंशु कुमार सहयोगी संवाददाता
नई दिल्ली, 9 नवम्बर। ‘वन्दे मातरम् के 150 वर्ष होने के अवसर पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र की ओर से वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया गया। “वन्दे मातरम् गीत के लिए उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए, प्रो. बिजेन्द्र कुमार ने कहा कि वंदे मातरम् गीत हमारे अतीत के संघर्ष, विरासत और सामूहिकता की अभिव्यक्ति है। यह राष्ट्रीयता एवं देश प्रेम के प्रसार का परिचायक है। देश के सामने एक के बाद एक चुनौतियाँ आती रहीं, इन सबके बीच वंदे मातरम् ने भारतीयों के बीच ऊर्जा प्रदान करने एवं विपरीत परिस्थितियों से जूझने का हौसला बढ़ाते आया है। इस अवसर पर भारी संख्या में शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने मिलकर ‘वन्दे मातरम’ का गायन एवं देश में प्रति अपनी निष्ठा और प्रेम की अभिव्यक्ति की। इस अवसर पर मंच का संचालन डॉ. विनीत कुमार ने क्रिया। कार्यक्रम में प्रो. नीरव अडालजा, डॉ अर्चना माथुर, डॉ. विक्टोरिया चानू, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. निशि शर्मा, डॉ. प्रवीण झा, डॉ. तारा शंकर, डॉ. नेहा अरोडा, डॉ. राजबाला गौतम, डॉ. मधुरेश के साथ-साथ महाविद्यालय के कर्मचारी सुखदेव कुमार, महेश आर्य, प्रवीण विश्वकर्मा, भवानी सिंह, पुरुषोत्तम आजाद सिंह, पुनीत कुमार, अनिल कुमार, राजेंद्र सिंह, जगपाल यादव, संगराज राणा, माधव सिंह, अनीता समेत बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।
