चुनाव से पहले बढ़ते अपराधों पर वीआईपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने प्रशासन को घेरा, कहा – अब जनता का गुस्सा फूटना तय
छातापुर/सुपौल ।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छातापुर में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने मंगलवार को प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने साफ कहा कि –
“अब न अपराधियों को कानून का डर है, न प्रशासन का खौफ। पूरा तंत्र मौन और निष्क्रिय बना हुआ है। छातापुर में कानून का राज खत्म हो रहा है।”
मुख्य घटनाओं पर चिंता:
श्री मिश्रा ने रविवार को सोहटा पंचायत स्थित गिरधरपट्टी बाजार में कमलेश्वरी उड़ाव की दिनदहाड़े हत्या और दुर्गा मंदिर के पास कमलेश मोदी के घर में हुई चोरी की घटनाओं को लोकतंत्र और सुरक्षा के लिए शर्मनाक बताया।
“जब मुख्यालय जैसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके असुरक्षित हैं, तो दूरदराज के गांवों की हालत की कल्पना भी भयावह है।”
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल:
“स्थानीय विधायक अपराध पर अंकुश की बातें कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अपराधी बेलगाम हैं।”
“यह सीधे तौर पर प्रशासन की लापरवाही और असफलता का परिणाम है।”
संजीव मिश्रा की तीन बड़ी मांगें:
- सघन बाइक जांच अभियान चलाया जाए
- संवेदनशील इलाकों में नियमित छापेमारी हो
- बाजारों, मंदिरों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए
जनता को चेताया – अब उठिए:
वीआईपी नेता ने कहा –
“अगर अब भी प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व नहीं जागा, तो जनता का आक्रोश सड़कों पर नजर आएगा।”
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे अपने हक और सुरक्षा के लिए आवाज बुलंद करें, क्योंकि “अब चुप रहना खतरनाक है।”
संजीव मिश्रा का यह आक्रामक रुख छातापुर की राजनीतिक और प्रशासनिक हलचलों को नया मोड़ दे सकता है। बढ़ते अपराध और जनता की सुरक्षा का सवाल चुनावी माहौल में अब बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है।