नई दिल्ली, 27 सितंबर। हास्य नाट्य समारोह 2025 के अंतर्गत पंचानन पाठक स्मृति सप्ताहांत में मंडी हाउस स्थित एलटीजी सभागार में पिछला जनम नाटक का मंचन किया गया। यह नाटक मृदुल मिश्र की चर्चित कहानी संग्रह गठरी पर आधारित है जिसमें व्यंग्यात्मक शैली के माध्यम से ग्रामीण परिवेश को दर्शकों के सामने लाने का प्रयास किया गया है। नाटक का निर्देशन रघु मिश्र ने किया है।
नाटक दो पड़ोसी परिवारों के रिश्तों में उपजी आपसी खींचतान और ग्रामीण की मानसिकता को व्यंग्य और हास्य के रंग में प्रस्तुत करता है। जहां एक ओर पंडित और उनकी पत्नी का प्रेमपूर्ण रिश्ता गांववालों के लिए असामान्य प्रतीत होता है, वहीं भगत और कोयलरानी की रोज़ की तकरार सामान्य समझी जाती है। यह नाटक इन्हीं परिवारों के प्रेम संबंधों के इर्द गिर्द घूमती है। नाटक में ग्रामीण प्रसंग के माध्यम से ही प्रेम, हास्य, द्वेष आदि को दिखाने का प्रयास किया गया है।
इस नाटक ने दर्शकों को उनके गांव की मिट्टी से जोड़ने का प्रयास किया है और साथ ही में यह प्रश्न भी पैदा किया है कि क्या दुनिया में प्रेम और शांति सबके के लिए अलग हैं।
ग्रामीण जीवन को व्यंग के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास करता नाटक पिछला जनम
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