सीमा सुरक्षा बल के जवानों की ड्यूटी, बॉर्डर पिलर और नो-मैन्स लैंड की दी गई जानकारी, देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत दिखे छात्र
सिकटी।
भारत सरकार, गृह मंत्रालय के तत्वाधान और महेंद्र प्रताप, कमांडेंट, 52वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, अररिया के निर्देशन में दिनांक 15 जुलाई 2025 को बाह्य सीमा चौकी आमबाड़ी के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालय कुतुम्बगंज के 30 छात्र-छात्राओं को सीमा स्तंभ संख्या 156 के पास स्थित भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र का भ्रमण कराया गया।
सीमा भ्रमण में मिली जानकारी:
एसएसबी आमबाड़ी के कंपनी कमांडर, सहायक कमांडेंट श्री अमित कुमार अहिरवार ने बच्चों को सीमा सुरक्षा बल की भूमिका, जवानों की ड्यूटी, कार्यशैली और SSB के गठन से जुड़ी जानकारी दी।
बच्चों को नो-मैन्स लैंड और बॉर्डर पिलर दिखाकर सीमा निर्धारण की व्यावहारिक समझ दी गई।
साथ ही नेपाल की भाषा, संस्कृति और सीमावर्ती संबंधों पर भी परिचय कराया गया।
देशभक्ति की भावना जागृत:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में सीमा सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान, राष्ट्रभक्ति और केन्द्रीय सशस्त्र बलों में भविष्य में सेवा देने की प्रेरणा को जगाना था। बच्चे रोमांचित और प्रेरित नजर आए।
विशेष उपस्थिति में रहे:
विद्यालय के प्रधानाचार्य जगन्नाथ शर्मा, एसएसबी के सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार, आरक्षी सचिन अंदोत्रा, चंद्रेश पटवा, अजय भास्कर सहित अन्य जवानों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सराहनीय भूमिका निभाई।
इस प्रकार के भ्रमण कार्यक्रम न सिर्फ छात्रों में राष्ट्र सुरक्षा के प्रति चेतना जगाते हैं, बल्कि उन्हें सीमाओं की असल तस्वीर दिखाकर भविष्य में देश सेवा के मार्ग पर प्रेरित भी करते हैं।