ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा,निष्क्रिय एनएसएस इकाइयों को भी शीघ्र किया जाएगा सक्रिय- डॉ चौरसिया

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प्रतिनिधि दीपशिखा

एनएसएस बैठक के दौरान ली गई तस्वीर

राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक कार्यक्रम समन्वयक की अध्यक्षता में आयोजित

चन्द्रगुप्त साहित्य महोत्सव- 2024 में अधिक से अधिक सहभागिता देकर आयोजन को बनाए सफल- डॉ विकाश कुमार

बैठक में चन्द्रगुप्त साहित्य महोत्सव, स्वच्छता पखवाड़ा, वालंटियर इनरोलमेंट तथा भविष्य की योजनाओं पर हुआ गहन विचार- विमर्श
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रथम डॉ आर एन चौरसिया की अध्यक्षता में दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर तथा बेगूसराय के एनएसएस पदाधिकारियों की आभासी मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आगामी 18 से 20 अक्टूबर के बीच दरभंगा में आयोजित होने वाले चन्द्रगुप्त साहित्य महोत्सव-2024 में मिथिला विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों, विभागों एवं संस्थाओं के शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों की होने वाली सहभागिता की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही उनकी और अधिक सहभागिता बढ़ाने पर विचार किया गया। विश्वविद्यालय के विकास पदाधिकारी सह महोत्सव के विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ विकाश कुमार ने कार्यक्रम पदाधिकारियों से अपील की कि वे इस महोत्सव में शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करें तथा कॉलेजों से स्मारिका हेतु विज्ञापन दिलवाकर महोत्सव को सफल बनाएं। ₹100 देकर ऑनलाइन पंजीयन कराने, आलेख भेजने तथा विज्ञापन हेतु आगामी 10 अक्टूबर अंतिम तिथि निर्धारित है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आलेख का पीडीएफ 10 एमएम तक का होने से आसानी से साइट पर अपलोड हो जाएगा।
इस बैठक में गत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चले स्वच्छता पखवाड़ा में विभिन्न कॉलेजों की एनएसएस इकाइयों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों पर विचार विमर्श करते हुए संतोष व्यक्त किया गया। कार्यक्रम समन्वयक ने इकाइयों में वालंटियर इनरोलमेंट की गहन समीक्षा कर शेष बचे स्थानों पर इनरोलमेंट हेतु अनेक निर्देश दिए तथा भविष्य की कार्य- योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने हेतु आवश्यक दिशा- निर्देश देते हुए कहा कि कार्यक्रम पदाधिकारी अपने जिला के नोडल पदाधिकारियों से बातचीत कर अनिवार्य रूप से एक सप्ताह के अंदर योजना तैयार कर लेंगे। एनएसएस के विश्वविद्यालय समन्वयक प्रथम डा आर एन चौरसिया ने बताया कि बैठक में निष्क्रिय इकाइयों के कार्यक्रम पदाधिकारियों को शीघ्र ही इकाई को सक्रिय करने का निर्देश दिया, अन्यथा वे संबंधित प्रधानाचार्यों से बात कर आवश्यकतानुसार कदम उठाते हुए उन इकाइयों को भी सक्रिय करने के सार्थक प्रयास करेंगे। इसके लिए चारों जिलों के नोडल पदाधिकारियों से भी मदद ली जाएगी। बैठक में बीएड रेगुलर, दरभंगा के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ उदय कुमार ने सदस्यों का स्वागत किया, जबकि जीएमआरडी कॉलेज, मोहनपुर के डॉ लक्ष्मण यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वहीं डॉ बबीता कुमारी, डॉ दीपक त्रिपाठी, डॉ लक्ष्मण यादव, डॉ शबनम कुमारी, डॉ सहर अफरोज तथा डॉ सुभाष चन्द्र यादव आदि ने अनेक समस्याएं भी रखीं, जिनका समुचित निदान कार्यक्रम समन्वयक डॉ चौरसिया ने बताया।
इस आभासी बैठक में डॉ सुनील कुमार सिंह, प्रो सुभाष चन्द्र रॉय, डॉ महेश कुमार, डॉ गंगा सागर दीनबंधु, डॉ कृष्ण कुमार, डॉ शशि शेखर द्विवेदी, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ अवधेश झा, डॉ भवेश कुमार, डॉ मो मंजर हुसैन, डॉ बबीता कुमारी, डॉ वृंदावन लाल जाटव, प्रो कुमार नरेंद्र नीरज, डॉ सुभाष चन्द्र यादव, डॉ नीतिका सिंह, डॉ शगुफ्ता खानम, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ विपिन कुमार, डॉ दीपक त्रिपाठी, डॉ बिभा कुमारी, डॉ दीनेश्वर पासवान, डॉ हिमांशु शेखर, डॉ शबनम कुमारी, डॉ लक्ष्मण यादव, डॉ उदय कुमार, प्रो रामाधार प्रसाद, डॉ सहर अफरोज, डॉ बबीता कुमारी, डॉ रवीन्द्र कुमार मुरारी तथा डॉ अमित कुमार सिंह आदि एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे।

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