प्रातः संकलन ग्वालपाड़ा (मधेपुरा) टेमाभेला पंचायत के पड़ोकिया गांव में तीन लोगों ने दबंगई से सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया। इस जमीन पर आंगनवाड़ी भवन बनना था। एक सप्ताह से अधिक समय बीत गया, लेकिन अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया। पंचायत के मुखिया विजय कुमार विमल ने ग्वालपाड़ा सीओ देवकृष्ण कामती और अरार थाना को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी।
मुखिया ने बताया कि गांव के प्रभास राम, शंभू राम पिता महेंद्र राम और जोगिंदर राम पिता त्रिवेणी राम के पास पहले से एक-एक बीघा निजी जमीन है। मकान भी बने हुए हैं। इसके अलावा तीन-तीन डिसमिल सरकारी जमीन भी इन्हें मिली है। फिर भी इन लोगों ने खाता संख्या 76, खेसरा संख्या 159, रकबा 28 डिसमिल सरकारी जमीन पर जबरन घर बना लिया।
सीओ ने इस जमीन पर आंगनवाड़ी भवन निर्माण के लिए पहले ही एनओसी दी थी। एक सप्ताह पहले मुखिया ने सीओ और थाना को आवेदन देकर बताया था कि ये तीनों लोग एक माह से सरकारी जमीन पर कब्जा किए हुए हैं। उन्होंने मांग की थी कि अतिक्रमण हटाया जाए ताकि आंगनवाड़ी भवन का निर्माण शुरू हो सके।
आवेदन के बाद अरार थाना से पुलिस बल एक बार पहुंचा। पुलिस ने अतिक्रमण हटाने को कहा, लेकिन आरोपियों ने घर नहीं हटाया। उल्टा घर का मुआवजा मांगने लगे और घर पर जलावन रख दिया, चूल्हा जला दिया, चारों ओर टाटी का घेरा बना दिया और साग-सब्जी उगाने लगे।
जब मुखिया विजय कुमार विमल, वार्ड संख्या आठ के सदस्य मुकेश पासवान और पंच सुरेंद्र दास ने उन्हें रोका, तो तीनों ने दुर्व्यवहार किया और धमकी दी। कहा कि वे सरकार की जमीन पर कब्जा कर चुके हैं और कोई उन्हें नहीं हटा सकता। कोई भी पदाधिकारी आए, वे घर नहीं हटाएंगे।
मुखिया ने सीओ से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। सीओ देवकृष्ण कामती ने कहा कि आवेदन पर जांच चल रही है। सरकारी जमीन पर कब्जा करना गंभीर अपराध है। आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
एक सप्ताह से अधिक दिन बीत जाने के बावजूद भी सरकारी जमीन पर नहीं हटा अतिक्रमण ,आंगनवाड़ी भवन बनने से रुका ।
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