प्रीति सुदन अब यूपीएससी की नव नियुक्त अध्यक्ष हैं।

उन्हें ई-सिगरेट बैन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में योगदान के लिए जाना जाता है. प्रीति 1983 से भारत सरकार के लिए काम कर रही हैं, इस दौरान वे कई विभागों में सर्विस दे चुकी हैं।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष मनोज सोनी के पद से इस्तीफा देने के बाद 1983 बैच की आईएएस ऑफिसर प्रीति सूदन (Preeti Sudan) को यूपीएससी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. उन्होंने 1 अगस्त को यूपीएससी अध्यक्ष का कार्यभर संभाला है. वे साल 2022 से यूपीएससी मेंबर के पद पर कार्यरत हैं. प्रीति सूदन, आंध्र प्रदेश कैडर की (1983) बैच की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने अक्टूबर 2017 से जुलाई 2020 तक भारत के स्वास्थ्य सचिव के रूप में कार्य किया है।
प्रीति सूदन ने साल 1983 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. वे महिला एवं बाल विकास और रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में भी काम कर चुकी हैं. वह आंध्र प्रदेश कैडर की आईएएस हैं, वे जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पद से रिटायर हुई थीं. सेवानिवृत्ति के बाद, उन्होंने 2020 से 2022 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन की जांच करने वाले एक स्वतंत्र समूह, महामारी तैयारी और प्रतिक्रिया (IPPR) के स्वतंत्र पैनल के सदस्य के रूप में कार्य किया।